680 अंक बढ़कर सेंसेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंंचा!सेंसेक्स अब तक के सबसे निचले स्तर पर!
हमें आम तौर पर सुर्खियों में देखने को मिलता हैं, तथा शेयर बाजारों में शुरुआत में, अक्सर आश्चर्य होता है कि ' BSE सेंसेक्स क्या है?', 'सेंसेक्स कैसे काम करता है?' और 'सेंसेक्स को घरेलू शेयर बाजार की नब्ज क्यों माना जाता है'?
सेंसेक्स, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का एक बेंचमार्क इंडेक्स है और इसका उपयोग निवेशकों और व्यापारियों द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था की समग्र स्थिति को जनने के लिए किया जाता है।
BSE क्या है?
1875 में स्थापित BSE या बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी शुरुआत 1875 में “द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन” नाम किया गया था। आज BSE दुनिया का 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जिसकी रिकॉर्ड ऑर्डर मैचिंग स्पीड 6 माइक्रोसेकंड है!
[पढ़ने का सुझाव: NSE और BSE क्या है? NSE या BSE, में कौन बेहतर है?]
'सेंसेक्स' शब्द की शुरुआत किसने की?
श्री दीपक मोहोनी, एक भारतीय शेयर बाजार विश्लेषक ने,'द सेंसिटिविटी इंडेक्स' बेंचमार्क इंडेक्स पेश किया, जिसे 'सेंसेक्स' के नाम से जाना जाता है। सेंसेक्स भारत का सबसे पुराना सूचकांक है और इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रतिबिंब के रूप में जाना जाता है। 1986 में पहली बार इसका संकलन किया गया था और इसमें BSE के 30 सबसे सक्रिय रूप से कारोबार वाले स्टॉक शामिल हैं।
BSE सेंसेक्स शेयरों की सूची
आइए देखते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को दर्शाने वाले इन 30 शेयरों का चुनाव कैसे किया जाता है।
BSE सेंसेक्स के लिए 30 शेयरों के चयन के नियम
सेंसेक्स 30 शेयरों की एक समूह है जो बड़ी, कैश और मुख्य कंपनियों के सैम्पल का प्रतिनिधित्व करता है।
इन शेयरों को निम्नलिखित नियमो पर चुना गया है:
शेयर BSE पर सूचीबद्ध हैं।
यह एक बड़ा मेगा-कैप स्टॉक होता है।
मुख्यत: कैश स्टॉक
अधिक कमाई करने वाली कंपनियां
भारतीय इक्विटी बाजार के साथ एक विविध और संतुलित क्षेत्र की भागीदारी।
इससे पहले कि हम सेंसेक्स सूचकांक का कैल्कुलेशन कैसे किया जाता है के बारे में जाने, आपको कुछ शब्दो को समझने की आवश्यकता है:
फ्री फ्लोट फैक्टर
फ्री फ्लोट आम जनता के साथ व्यापार के लिए उपलब्ध शेयरों की मात्रा को प्रदर्शित करता है। उदाहरण के लिए, ABC लिमिटेड ने कुल 1000 शेयर जारी किए हैं।
प्रवर्तकों और सरकार द्वारा धारित शेयर-300 शेयर
व्यापार के लिए उपलब्ध शेयर - 700 शेयर
फ्री फ्लोट फैक्टर = 700 शेयर/ 1000 शेयर
= 70%
तो, 70% शेयर ABC लिमिटेड के फ्री फ्लोट शेयरों के रूप में बाजार में उपलब्ध हैं।
बाजार पूंजीकरण
बाजार पूंजीकरण किसी कंपनी के कुल बकाया शेयरों का बाजार मूल्य है।
बाजार पूंजीकरण = प्रत्येक शेयर का शेयर मुल्य * कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयरों की संख्या
सेंसेक्स का कैल्कुलेशन कैसे किया जाता है?
शुरुआत में, सूचकांक का कैल्कुलेशन 'बाजार पूंजीकरण' पद्धति के आधार पर की गई थी। लेकिन 1 सितंबर, 2003 से सेंसेक्स की गणना 'फ्री-फ्लोट' पद्धति के अनुसार की जाती है।
विश्व स्तर पर, फ्री मार्केट कैपिटलाइज़ेशन मेथड को S&P, डॉव जोन्स, आदि द्वारा उपयोग किए जाने वाले उद्योगों के सबसे अच्छे कामो के रूप में माना जाता है।
सेंसेक्स में लगू नियमो के अनुसार 30 कंपनियों का चयन किया जाता है।
30 शेयरों के बाजार पूंजीकरण को निर्धारित करें
30 शेयरों के फ्री-फ्लोट बाजार पूंजीकरण को निर्धारित करें
सभी 30 शेयरों के फ्री-फ्लोट बाजार पूंजी का योग करें
BSE के अनुसार न्युनतम बाजार पूंजीकरण 24 करोड़ रुपये है।
न्युनतम इंडेक्स वैल्यू 100 है
अत:सेंसेक्स इंडेक्स = (फ्री फ्लोट बाजार पूंजी का कुल योग/2501.24 करोड़)*100
सेंसेक्स कैसे काम करता है:
यदि सेंसेक्स ऊपर जाता है, तो इसका मतलब है कि उसमें शामिल 30 शेयरों की कुल कीमतों में वृद्धि हुई है।
अगर सेंसेक्स नीचे जाता है, तो इसका मतलब है कि उसमें शामिल 30 शेयरों की कुल कीमतों में कमी आई है
BSE सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों के साथ व्यापार कैसे करें?
अत: अब आप समझ चुके हैं कि सेंसेक्स की गणना कैसे की जाती है और यह कैसे काम करता है, आइए इसे सीखते हैं। क्रमानुसार BSE सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों के साथ कैसे व्यापार करें।
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